वह दूत जो अयोध्या की गलियों में अवधूत बन भटकता है
सनातन संस्कार और अपने तमाम प्रतीकों के सहारे लगातार भारत भूमि पर अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करते हुए अपने सफर में सनातन कैसे समृद्ध हो,कैसे संयमी हो,कैसे संकलिप्त हो,कैसे राम की मर्यादा को जन जन तक फैलाया जाय, राम की चेतना को सनातन का कैसे स्वभाव बनाया जाय?उसी...